आप कैसे हैंं ? आशा करती हूँँ कि आप सभी कुशलमंगल होंगे |
आओ बच्चोंं, आज हम नया पाठ ' ईदगाह ' आरंभ करते हैंं |
पाठ - ईदगाह
सीखने के प्रतिफल -
छात्रों में मानवीय मूल्यों ( प्रेम और त्याग ) आदि का विकास होगा।
नोट : आप सभी को पाठ क्लास ग्रुप में साझा (share ) कर दिया गया है।
गृहकार्य -इस पाठ को पढ़कर दस कठिन शब्दों को तीन -तीन बार लिखिए और सुलेख लिखकर सुन्दर रंगीन चित्र भी बनाइए।
धन्यवाद छात्रगण
आप सभी का दिन मंगलमय हो।
यदि आप मुझसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो comments में जाकर अपने प्रश्न को टाइप करें मैं अवश्य उसका उत्तर दूँगी। कॉमेंट्स comments में जाकर अपना नाम और कक्षा अवश्य लिखें ताकि पता चल जाए कि अपने कक्षा में भाग लिया।
आप कैसे हैंं ? आशा करती हूँँ कि आप सभी कुशलमंगल होंगे |
बच्चोंं, आज हम पाठ - नन्हा फ़नकारके लघु प्रश्न - उत्तर करेंगे।
पाठ - नन्हा फ़नकार
सीखने के प्रतिफल -
शब्दों को उचित क्रम में रखकर वाक्य रचना सीखेंगे।
प्रश्न के अनुसार उत्तर देना सीखेंगे।
लघु प्रश्न - उत्तर
प्रश्न १. “माशा अल्लाह! ये घंटियाँ कितनी सुंदर हैं! तुमने खुद बनाई हैं?”
बादशाह अकबर ने यह बात किसलिए कही होगी –
(क) केशव के काम की तारीफ़ में
(ख) यह जानने के लिए कि घंटियाँ कितनी सुंदर हैं।
(ग) केशव से बातचीत शूरू करने के लिए
(घ) घंटियाँ किसने बनाई, यह जानने के लिए
(ङ) क्योंकि उन्हें यकीन नहीं था कि 10 साल का बच्चा केशव इतनी सुंदर घंटियाँ बना सकता है।
(च) कोई और कारण जो तुम्हें ठीक लगता हो।
उत्तर -
(ङ) क्योंकि उन्हें यकीन नहीं था कि 10 साल का बच्चा केशव इतनी सुंदर घंटियाँ बना सकता है।
नोट : प्रश्न पूरा कॉपी करना है।
प्रश्न २. अकबर को पहरेदार की दखलंदाज़ी अच्छी क्यों नहीं लगी?
उत्तर - अकबर एक नेक दिल राजा था। वह अपनी प्रजा का भला चाहता था। समय-समय पर सबकी सहायता करने या बातचीत करने के लिए लोगों से मिलता-जुलता रहता था। केशव उसे आम इंसान समझकर बातें कर रहा था। पहरेदार के आने से उनकी बातचीत में बाधा आ गई थी इसलिए पहरेदार की दखलंदाजी अकबर को पसंद नहीं आई।
प्रश्न-३. “लगता है कोई बहुत बड़ा आदमी है”,यहाँ पर ‘बड़ेआदमी’ से केशव का क्या मतलब है?
उत्तर - यहाँ बड़े आदमी से केशव का मतलब अमीर और प्रतिष्ठित आदमी से है।
प्रश्न - ४. अकबर ने जब नक्काशी सीखना चाहा, तो केशव ने उन्हें संदेहभरी नज़रों से क्यों देखा?
उत्तर - अकबर एक बहुत बड़े बादशाह थे। उन्हें इस प्रकार के कार्य करने की आवश्यकता नहीं थी।जब उन्होंने केशव जैसे मामूली मज़दूर के साथ बैठकर पत्थर तराशने की इच्छा रखी, तो उसे बड़ी हैरानी हुई। उसका मन नहीं मान रहा था कि एक बादशाह उससे नक्काशी बनना सीखेंगे इसलिए उसने उन्हें संदेहभरी नज़रों से देखा।
प्रश्न -५.केशव दस साल का है। क्या उसकी उम्र के बच्चों का इसतरह के काम से जुड़ना ठीक है? अपने उत्तर के कारण ज़रूर बताओ।
उत्तर - केशव अभी केवल दस साल का है। उसकी उम्र के बच्चों का इस तरह के काम से जुड़ना ठीक नहीं है। वह बहुत छोटा है। इस उम्र में तो बच्चे पढ़ते-लिखते हैं और केशव केवल काम करता है। इस तरह उसका बचपन काम में समाप्त हो जाएगा। इस तरह वह अपनी उम्र से पहले ही बड़ा हो जाएगा और अपने बचपन को पूरी तरह जी नहीं पाएगा।
गृहकार्य
आपका जो कार्य अधूरा रह गया हो उसे गृह कार्य के रूप में पूरा कीजिए -
धन्यवाद छात्रगण
आप सभी का दिन मंगलमय हो।
यदि आप मुझसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो comments में जाकर अपने प्रश्न को टाइप करें मैं अवश्य उसका उत्तर दूँगी।
कॉमेंट्स comments में जाकर अपना नाम और कक्षा अवश्य लिखें ताकि पता चल जाए कि अपने कक्षा में भाग लिया।
Wednesday, 29 April 2020
30.04.2020
Day - 3
कक्षा - 5D
विषय - हिंदी नमस्कार!
पिछली कक्षा में हमने संज्ञा व उसके भेद के बारे में जाना।
हमने सीखा:-
व्यक्तिवाचक संज्ञा
किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के लिए।
जैसे - राम, गीता , दिल्ली।
जातिवाचक संज्ञा
किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान की सम्पूर्ण जाति के लिए।
जैसे - पुस्तक , बोतल , नगर।
भाववाचक संज्ञा
किसी व्यक्ति या वस्तु के भाव , गुण , कार्य , दोष, स्वभाव आदि के लिए।
जैसे- सुख-दुःख , लड़कपन , बचपन।
कक्षा कार्य
दिए गए वाक्यों में व्यक्तिवाचक, जातिवाचक तथा भाववाचक संज्ञा शब्द छाँटिए तथा अपनी कॉपी में तालिका बना कर लिखिए।
इंद्रकेहाथीका नामऐरावतहै।
बचपनमें सभी बच्चेशरारतीहोते हैं।
गंगाके पुल के ऊपररेलगाड़ीऔर नीचेबसेंचलती हैं।
उसने प्लॉस्टिक की बाल्टी खरीदी है।
राम राजा दशरथ के बड़े पुत्र थे।
मीरा ने अपनी सुंदरता से सबको प्रभावित किया था।
प्रेम और विश्वास से ही लोगों का दिल जीता जा सकता है।
आगरे का ताजमहल और दिल्ली का क़ुतुबमीनार देखते ही बनते हैं।
रेखांकित ( जिस शब्द के नीचे रेखा लगी है )संज्ञा के भेद को पहचान कर उसका नाम लिखिए:-
नागपुरके संतरे प्रसिद्ध हैं।
चतुराई से हर संकट टल जाता है।
पेड़पर चिड़िया का घोंसला है।
साइकिल पार्क के बाहर रखिए।
उसकी वाणी में मधुरताहै।
मोहितपढ़ने में बहुत होशियार है।
मेरी हिंदी पुस्तक का नाम वसंत है।
हमेशा मित्रतानिभाओ।
कल विद्यालय खुल जायेगा, हमें कॉपी-किताबें खरीदनी हैं।
मेरा नाम -------------------------
Monday, 27 April 2020
28.04.2020
Day - 1
कक्षा - 1
विषय - हिंदी
सुप्रभात छात्रगण
आप कैसे हैंं ? आशा करती हूँँ कि आप सभी कुशलमंगल होंगे |
बच्चोंं, आज हम पाठ - नन्हा फ़नकारके सही / गलत , वाक्य रचना और एक वाक्य में प्रश्न - उत्तर करेंगे।
पाठ - नन्हा फ़नकार
सीखने के प्रतिफल -
शब्दों को उचित क्रम में रखकर वाक्य रचना सीखेंगे।
प्रश्न के अनुसार उत्तर देना सीखेंगे।
प्रश्न 1 - सही / गलत का निशान लगाइए -
i. केशव लाल चौकोर पत्थर के पास बैठ गया। [ ] ii. केशव के पिता चित्रकार थे। [ ] iii. अकबर दोस्ताना अंदाज़ में केशव के पास बैठ गए। [ ] iv. अकबर को केशव की बनाई हुई घंटियाँ बहुत पसंद आई। [ ] v. केशव को एक बार अपने पुश्तैनी गाँव जाने का मौका मिला था। [ ]
प्रश्न 2 - वाक्य बनाइए -
i. पगड़ी -
ii. सुन्दर -
iii. पहरेदार
iv. घंटी -
प्रश्न 3 - एक वाक्य में प्रश्न - उत्तर लिखिए -
i. केशव कितने साल का था ? उत्तर - केशव दस साल का था। ii. केशव का जन्म कहाँ हुआ था ? उत्तर - केशव का जन्म आगरा में हुआ था। iii. केशव के पिता कहाँ से आगरा आकर बस गए थे ? उत्तर - केशव के पिता गुजरात से आगरा आकर बस गए थे। iv. अकबर की कितनी संतानें थी ? उत्तर - अकबर की तीन संतानें थी। v. केशव को सबसे ज़्यादा क्या बनाना मुश्किल लगा ? उत्तर - केशव को सबसे ज़्यादा घंटियाँ बनाना मुश्किल लगा।
गृहकार्य
आपका जो कार्य अधूरा रह गया हो उसे गृह कार्य के रूप में पूरा कीजिए -
धन्यवाद छात्रगण
आप सभी का दिन मंगलमय हो।
यदि आप मुझसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो comments में जाकर अपने प्रश्न को टाइप करें मैं अवश्य उसका उत्तर दूँगी।
कॉमेंट्स comments में जाकर अपना नाम और कक्षा अवश्य लिखें ताकि पता चल जाए कि अपने कक्षा में भाग लिया।
Sunday, 26 April 2020
27 .04.2020
Day -2
कक्षा - 5
विषय - हिंदी
सुप्रभात छात्रगण
आप कैसे हैंं ? आशा करती हूँँ कि आप सभी कुशलमंगल होंगे |
आओ बच्चोंं, आज हम पाठ - नन्हा फ़नकारके शब्द - अर्थ, खाली- स्थान और किसने - किससे करते हैंं |
पाठ - नन्हा फ़नकार
सीखने के प्रतिफल -
छात्र कठिन शब्दों के अर्थ जानेंगे।
प्रश्न के अनुसार उत्तर देना सीखेंगे।
शब्द - अर्थ
उकेरना - नक्काशी करना
उत्सुकता - बेचैनी , अधीरता
फ़नकार - कलाकार
लाड़ला - बहुत प्यारा , प्रिय
मुआयना - जाँच - पड़ताल
छितरना - बिखरना , फैलना
नफ़ीस - उम्दा , बढ़िया
वयस्क - सयाना
महीन - बारीक
मँझोला - बीच का
प्रश्न 1 - खाली स्थान भरिए -
i. केशव सीधी लकीरों वाले और घुमावदार डिज़ाइन उकेर सकता था।
ii. बदहवासी में छेनी हाथ से छूटकर नीचे गिर गई।
iii. केशव ने कोयले के टुकड़े से पत्थर पर लकीरें खींचकर एक आसान सा नमूना बनाया।
iv. पूरे दिन संगतराशों के बीच केशव की धूम मची रही।
v. नक्काशी करने वाले सभी शिल्पकार वहाँ काम करेंगे।
प्रश्न 2 - किसने - किससे कहा -
i. " मैं दस साल का हूँ। "
ii. " केशव , देखना एक दिन तुम बड़े फ़नकार बनोगे।
iii. " बादशाह सलामत ने कहा है कि एक दिन मैं बहुत बड़ा कलाकार बनूँगा। "
iv. " हुज़ूर ! माफ़ करें। मुझे आपके आने का पता ही नहीं चला।"
धन्यवाद छात्रगण
आप सभी का दिन मंगलमय हो।
यदि आप मुझसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो comments में जाकर अपने प्रश्न को टाइप करें मैं अवश्य उसका उत्तर दूँगी।
कॉमेंट्स comments में जाकर अपना नाम और कक्षा अवश्य लिखें ताकि पता चल जाए कि अपने कक्षा में भाग लिया।
Wednesday, 22 April 2020
23.04.2020कक्षा - 5D (2020 -2021) DAY-3
हिंदी
वचन
सुप्रभातछात्रगण!!
हिंदीकक्षामेंआपसभीकास्वागतहै। आज हम वचन पढ़ेंगे |
सीखनेकेप्रतिफल :
इसके द्वारा छात्र भाषा कौशल सीखेंगे और व्याकरणिक दृष्टि से वचन के महत्व को जानेंगे |
वे जानेंगे कि शब्द के इस रूप से संज्ञा के एक या एक से अधिक होने का पता चलता है ।
वचन
वचन के प्रकार
हिंदी भाषा में वचन दो प्रकार के होते हैं।
एकवचन
बहुवचन
एकवचन - शब्द के जिस रूप से उसके एक होने का पता चले, उसे एकवचन कहते हैं जैसे : वस्तु, छात्र आदि।
बहुवचन -शब्द के जिस रूप से उसके एक से अधिक होने का पता चले, उसे बहुवचन कहते हैं जैसे : वस्तुएँ, छात्रगण आदि।
एकवचन बहुवचन
मेला मेले
ऋतु ऋतुएँ
नदी नदियाँ
वस्तु वस्तुएँ
पंक्ति पंक्तियाँ
महिला महिलाएँ
रूपया रूपए
कहानी कहनियाँ
सड़क सड़कें
शाखा शाखाएँ
छात्र छात्रगण
अध्यापक अध्यापकगण
बच्चों ! ऊपर दिए गए वचन शब्दों की सूची को अपनी व्याकरण कॉपी में लिखिए।
धन्यवाद छात्रगण
आप सभी का दिन मंगलमय हो।
यदि आप मुझसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो comments में जाकर अपने प्रश्न को टाइप करें मैं अवश्य उसका उत्तर दूँगी।
कॉमेंट्स comments में जाकर अपना नाम और कक्षा अवश्य लिखें ताकि पता चल जाए कि अपने कक्षा में भाग लिया।
Monday, 20 April 2020
21.04.2020 कक्षा - 5D Day -1 हिंदी
सुप्रभात छात्रगण -
हिंदी की कक्षा मेंं आप सभी का स्वागत है |
आज हम व्याकरण के अंतर्गत संज्ञा की परिभाषा व भेदों को जानेंंगे |
सीखने के प्रतिफल - छात्र इसके द्वारा भाषिक कौशल प्राप्त करेंगे और व्याकरणिक दृष्टि से संज्ञा को समझेंंगे |
प्रश्न ये सब क्या हैंं ?
उत्तर ये सब किसी न किसी के नाम हैंं |
प्रश्न नाम किस -किसके हो सकते हैं ?
उत्तर व्यक्ति, वस्तु, स्थान, जानवर ( पशु -पक्षी ) व भाव के नाम हो सकते हैंं |
प्रश्न तुम्हारा क्या नाम है?
उत्तर मेरा नाम ___________________ है|
प्रश्न तुम्हारी क्या संज्ञा है ?
उत्तर मेरी संज्ञा ___________________ है |
संज्ञा अर्थात नाम छात्रों , आओ संज्ञा की परिभाषा व उसके भेदों को सीखें |
परिभाषा - किसी व्यक्ति वस्तु, स्थान ,जानवर ( पशु -पक्षी ) व भाव के नाम को संज्ञा कहते हैं | हमने जो वीडियो का लिंक नीचे दिया हुआ है कृपया करके आप उस पर क्लिक करें और उसे देखे -
संज्ञा के तीन भेद होते हैं -
(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) - रोहन ताजमहल गंगा भारत
(2) जातिवाचक संज्ञा ( Common Noun ) - लड़का महल, नदी देश
(3) भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun) - ईमानदारी सुंदरता पवित्रता प्रेम
(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा - जिन संज्ञा शब्दों से किसी विशेेेष व्यक्ति, वस्तु व स्थान का बोध होता है, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं |
उदाहरण - (क) दिल्लीभारत की राजधानी है |
(ख) मुस्कानरामायण पढ़ रही है |
(2) जातिवाचक संज्ञा - जो संज्ञा शब्द किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान , जानवर ( पशु -पक्षी ) की पूरी जाति का बोध कराएँँ, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं |
उदाहरण - (क) कमरे मेंंबच्चेखिलौनों से खेल रहे हैंं |
(ख) चिड़िया ने घोसलेंं मेंं अंडे दिए |
(3) भाववाचक संज्ञा - जो संज्ञा शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, दोष, दशा, व अवस्था का बोध कराएँँ, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं |
उदाहरण - (क) आम मेंं मिठास है |
(ख) नीलम को अपना बचपन बहुत याद आता है |
नोट - भाववाचक संज्ञा को न देखा जा सकता है और न ही स्पर्श किया जा सकता है, सिर्फ़ महसूस किया जा सकता है |
यह भेद कॉपी में लिखने के लिए नहीं है , ये केवल समझाने के लिए दिए गए है |
गृहकार्य -
सभी छात्र संज्ञा की परिभाषा लिखेंगे |
धन्यवाद छात्रगण
आप सभी का दिन मंगलमय हो |
यदि आप मुझसे कोई प्रश्न पूछना चाहते हैंं तो Comments Box मेंं जाकर अपने प्रश्न को टाइप करेंं, मैं उसका उत्तर अवश्य दँगी |
कॉमेंट्स Comments मेंं जाकर अपना नाम व कक्षा अवश्य लिखें ताकि पता चल जाए कि आपने कक्षा